बिहार में सियासी उठापटक की चर्चा है. दावा किया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार एनडीए में वापसी करने जा रहे हैं और एक बार फिर से बिहार में एनडीए गठबंधन की सरकार बनने जा रही है, लेकिन इस उथल-पुथल के बीच सीएम नीतीश कुमार का एक साल पुराना जनवरी का वीडियो सामने आया है. 2023 में बिहार में अशांति पर लगाम लगाने की कोशिश में जुटे सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें मरना मंजूर है लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.
इतनी हिम्मत और मेहनत के बाद हमने ऐसा क्या किया कि हर किसी को केस करना पड़ा? सिर्फ नीतीश कुमार ही नहीं बल्कि गृह मंत्री अमित शाह का भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वीडियो 2 अप्रैल 2023 का है जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, नीतीश कुमार और ललन सिंह के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा खुले हैं.
मैं बिहार की जनता और ललन बाबू को स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर किसी के मन में कोई संदेह है कि चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी फिर से नीतीश बाबू को एनडीए में ले लेगी. मैं साफ शब्दों में कहना चाहता हूं कि आप लोगों के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गये हैं. एक महीने पहले गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजे बंद हैं, लेकिन 26 जनवरी को राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के कारण राजनीति में बंद दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं. एक प्रश्न
राजनीति में दरवाजा हमेशा बंद नहीं रहता, इसलिए दरवाजा बंद रहेगा, नहीं खुलेगा, खुलेगा क्या? नीतीश कुमार यूटीओएन को इस तरह प्रमोट कर रहे हैं, इसकी शुरुआत 1994 में हुई जब नीतीश कुमार ने जनता दल से अलग होकर समता पार्टी बनाई, फिर 30 अक्टूबर 2023 को उन्होंने जनता दल यूनाइटेड बनाई और 2005 के चुनाव में उन्होंने बीजेपी को हराकर दमन पर कब्जा कर लिया. नीतीश कुमार ने 2013 और फिर 2015 में बीजेपी से गठबंधन तोड़ दिया.
2017 में राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन, फिर 2017 में नीतीश कुमार ने राजद छोड़ दिया और एक बार फिर बीजेपी का दामन थाम लिया, 4 साल बाद 2022 में नीतीश कुमार ने एक बार फिर बीजेपी का साथ छोड़ दिया और राजद से हाथ मिला लिया और अब डेढ़ साल बाद नीतीश कुमार राजद छोड़ रहे हैं और बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. बीजेपी से गठबंधन. ऐसी खबरें हैं कि मौत चुनने से बेहतर है पार्टी चुनना. इस बीच खबर है कि बिहार में लालू की पार्टी राजद और नीतीश कुमार की जदयू के बीच गठबंधन टूट गया है.
शनिवार को नीतीश कुमार ने राजद कोटे के मंत्रियों को भी बर्खास्त कर दिया है. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार जल्द ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं.